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24 Sep 2021 · 1 min read

हे माय मिथिला

हे माय मिथिला

अब कारीगर तोरा सँ विदा ल रहल
हे माँ मिथिला करबद्ध प्रणाम .

तोहर अपने मैथिल संतान सभ
तोरा करेजा के कुट्टी कुट्टी कटलकउ?

हे माय तूँ त सबदिन हक्कन काने
मुदा अकादमी पुरस्कार मे तोहर बोली लगाबै?

अपने मिथिलाक लोक तमाशा देखतऔ आ
जातिवादी अग्गिलग्गी मे तोरा झरकेतऔ?

एक बेर तोहि कह हे माय मिथिला ,
की तोहर एहेन दुर्गति, देखि सकब हम कहियो?

कवि- किशन कारीगर
( नोट ©कॉपीराईट अधिनियम के तहत)

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