Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2021 · 1 min read

छोटन-मोटन बात करत हो

छोटन-मोटन बात करत हो
हमरे संग ही घात करत हो

ई जिनगी बा, खेला नाही
काहे शय-ओ-मात करत हो

दिन बोला जब दिन होवे
काहे दिन मा रात करत हो

मानबता भुलिके बबुआ तुम
बेकार जात-पात करत हो

काहे सु:खवा के आंगन मा
दु:ख से दो-दो हात करत हो

•••

1 Like · 274 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all

You may also like these posts

औरत ( शीर्षक )
औरत ( शीर्षक )
Varun Singh Gautam
J88 Okvip
J88 Okvip
J88 Okvip
* नदी की धार *
* नदी की धार *
surenderpal vaidya
इस जहां में देखा हमने हर चीज का तोड़ है,
इस जहां में देखा हमने हर चीज का तोड़ है,
Keshav kishor Kumar
आप हो ना हमारी यादों में
आप हो ना हमारी यादों में
Dr fauzia Naseem shad
राह मुझको दिखाना, गर गलत कदम हो मेरा
राह मुझको दिखाना, गर गलत कदम हो मेरा
gurudeenverma198
मोम का पुतला
मोम का पुतला
विशाल शुक्ल
अलख क्रांति
अलख क्रांति
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
जिस देश में युवाओं के पास शिक्षा की महज एक औपचारिकता ही रह ज
जिस देश में युवाओं के पास शिक्षा की महज एक औपचारिकता ही रह ज
Rj Anand Prajapati
भाग्य एक ऐसी किताब है, जिसमें लिखा सब कुछ है, लेकिन पढ़ा, कु
भाग्य एक ऐसी किताब है, जिसमें लिखा सब कुछ है, लेकिन पढ़ा, कु
ललकार भारद्वाज
3928.💐 *पूर्णिका* 💐
3928.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
काम है
काम है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*दृष्टिकोण*
*दृष्टिकोण*
Pallavi Mishra
चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी हैं तीर की तरह,
चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी हैं तीर की तरह,
Shubham Pandey (S P)
धर्मदण्ड
धर्मदण्ड
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
वर्ण
वर्ण
संजय निराला
शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना
शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना
Shweta Soni
" नश्वर "
Dr. Kishan tandon kranti
death
death
Durva
प्यासा के कुंडलियां (दारू -मदिरा) विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
प्यासा के कुंडलियां (दारू -मदिरा) विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
सदा -ऐ -रूह (ग़ज़ल)
सदा -ऐ -रूह (ग़ज़ल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
Hey...!!Listen dear...!!
Hey...!!Listen dear...!!
पूर्वार्थ
.........???
.........???
शेखर सिंह
वक्त अपनी करवटें बदल रहा है,
वक्त अपनी करवटें बदल रहा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कच्ची उम्र में प्रतियोगिता
कच्ची उम्र में प्रतियोगिता
Ankita Patel
जब  भी  तू  मेरे  दरमियाँ  आती  है
जब भी तू मेरे दरमियाँ आती है
Bhupendra Rawat
धिक्कार है......
धिक्कार है......
jyoti jwala
क़ब्र से बाहर निकलअ
क़ब्र से बाहर निकलअ
Shekhar Chandra Mitra
देवघर मरघट में
देवघर मरघट में
श्रीहर्ष आचार्य
मुझे चाहिए एक दिल
मुझे चाहिए एक दिल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...