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9 Mar 2022 · 1 min read

// अब मैं करूं शायरी .....

// अब मैं करूं शायरी……

इश्क करके ,
इश्क की ,
आदत सी हो गई …!

अब मैं करूं शायरी ,
ये इश्क की ,
इनायत सी हो गई…!

मैं बेकरार था ,
दिल भी बेकरार
कोई वजह ना थी ,
फिर भी हुआ प्यार …!

वादा करके ,
वादा-खिलाफी हो गई
बेवफा सही बाद में ,
बगावत सी हो गई …!

इश्क करके ,
इश्क की ,
आदत सी हो गई …!

अब मैं करूं शायरी ,
ये इश्क की ,
इनायत सी हो गई….!

* * *

वफा करता हूं ,
बेवफा होता हूं
बड़ी मुश्किल में ,
हर दफा होता हूं …!

शमां जली ,
शाम से ,
शरारत हो गई
इसी शरारत से ,
इस शहर में ,
हुस्न वालों की ,
सियासत सी हो गई…!

इश्क करके ,
इश्क की ,
आदत सी हो गई …!

अब मैं करूं शायरी ,
ये इश्क की ,
इनायत सी हो गई…!

* * *

इश्क का ये सिलसिला ,
चलता ही रहेगा
ना रुकेगा ये कारवां
सिलसिलेवार हो गया…!

एक जाएगा तो ,
दूजा आएगा
फिर हाल तो ,
इस महफिल में ,
तिजारत सी हो गई…!

इश्क करके ,
इश्क की ,
आदत सी हो गई …!

अब मैं करूं शायरी ,
ये इश्क की ,
इनायत सी हो गई…!

* * *

इश्क कर लिया तो ,
क्या गुनाह कर लिया
गुनाह कर लिया भी तो ,
बेपनाह कर लिया …!

इश्क मेरा रब ,
इश्क मेरा शब्द ,
इश्क अब मेरा तो ,
रग-रग की जरूरी ,
जरूरत सी हो गई …!

इश्क करके ,
इश्क की ,
आदत सी हो गई …!

अब मैं करूं शायरी ,
ये इश्क की ,
इनायत सी हो गई …!

चिन्ता नेताम ” मन ”
डोंगरगांव ( छत्तीसगढ़ )

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