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2 Mar 2022 · 1 min read

एक सुनहरा पल

कल की कहानी
याद करने पर
याद आती है
परसों की तो
नजरों के सामने
एक धुंधली तस्वीर सी नजर आती है
उससे कुछ दिन और पहले की तो
बिल्कुल जेहन से ही उतर जाती है
कितना अस्थाई है सब कुछ
फिर भी कितने उलझे रहते हैं सब
अतीत को लेकर
वर्तमान को लेकर और
भविष्य को लेकर
इस पल में नहीं जीते जो
देखा जाये तो
होता है
एक सुनहरा पल।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

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