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23 Feb 2022 · 1 min read

*नेता सदा जवान 【हास्य कुंडलिया】*

नेता सदा जवान 【हास्य कुंडलिया】
■■■■■■■■■■■■■■■
नेता कब बूढ़ा हुआ ,नेता सदा जवान
बढ़ती ज्यों-ज्यों उम्र है ,चढ़े बेल परवान
चढ़े बेल परवान , नहीं है बोला जाता
चलने में असहाय ,दौड़ मन किंतु लगाता
कहते रवि कविराय ,टिकट लड़-भिड़कर लेता
पद का लालचखोर ,उम्र सौ में भी नेता
■■■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर( उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451

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