Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2022 · 2 min read

फूल चाहिए नहीं चाहिए

फूल चाहिए
नहीं चाहिए
कांटा चाहिए
नहीं चाहिए
फूल की खुशबू चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का रंग चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का संग चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का तन चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का मन चाहिए
नहीं चाहिए
फूल पर लहराती हवा चाहिए
नहीं चाहिए
फूल पर मंडराता भंवरा चाहिए
नहीं चाहिए
फूल पर इठलाती तितली चाहिए
नहीं चाहिए
फूल पर गिरती ओस की बूंदे चाहिए
नहीं चाहिए
फूल की टहनी चाहिए
नहीं चाहिए
फूल की शाखा चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का तना चाहिए
नहीं चाहिए
फूल की पत्ती चाहिए
नहीं चाहिए
फूल की पंखुड़ी चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का रेशा चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का तंतु चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का मकरंद चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का पराग चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का पौधा चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का बीज चाहिए
नहीं चाहिए
फूल की जड़ चाहिए
नहीं चाहिए
फूल की मिट्टी चाहिए
नहीं चाहिए
फूल का बगीचा चाहिए
नहीं चाहिए
फूलों का एक घर चाहिए
नहीं चाहिए
फूल के सिर पर लहराता इसका आसमान चाहिए
नहीं चाहिए
फिर ऐ पागल,
सिरफिरे,
मूर्ख
तुझे क्या चाहिए
तुझे किसी के तन की सुंदरता,
मन की कोमलता,
ह्रदय की विशालता,
शब्दों की सार्थकता,
भावों की भावुकता
क्रियाओं की गंभीरता,
कुछ नहीं चाहिए
तुझे तो बस सब कुछ रौंदना है,
बर्बाद करना है,
तहस नहस करना है,
सबको भयभीत करना है,
नरसंहार करना है,
एक पशु की भांति ही व्यवहार करना है,
न खुद का, न किसी जीवात्मा का तुझे
कभी उद्धार करना है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 284 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all

You may also like these posts

माॅ
माॅ
Santosh Shrivastava
उपहार
उपहार
sheema anmol
रामायण ग्रंथ नहीं ग्रस्ति है
रामायण ग्रंथ नहीं ग्रस्ति है
कवि आलम सिंह गुर्जर
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
Rj Anand Prajapati
औरतें ऐसी ही होती हैं
औरतें ऐसी ही होती हैं
Mamta Singh Devaa
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
शेखर सिंह
मेरा स्वर्ग
मेरा स्वर्ग
Dr.Priya Soni Khare
3856.💐 *पूर्णिका* 💐
3856.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तेरे दिल की आवाज़ को हम धड़कनों में छुपा लेंगे।
तेरे दिल की आवाज़ को हम धड़कनों में छुपा लेंगे।
Phool gufran
सुखी जीवन मंत्रा
सुखी जीवन मंत्रा
विजय कुमार अग्रवाल
मेरी खुशी हमेसा भटकती रही
मेरी खुशी हमेसा भटकती रही
Ranjeet kumar patre
क्यों उसको, निहारना छोड़े l
क्यों उसको, निहारना छोड़े l
अरविन्द व्यास
2.नियत या  नियती
2.नियत या  नियती
Lalni Bhardwaj
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
*अक्षय आशीष*
*अक्षय आशीष*
ABHA PANDEY
जो नहीं मुमकिन था, वो इंसान सब करता गया।
जो नहीं मुमकिन था, वो इंसान सब करता गया।
सत्य कुमार प्रेमी
हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
विकास शुक्ल
यह जरूरी नहीं कि हर बात आपको सुकून ही पहुॅंचाए,
यह जरूरी नहीं कि हर बात आपको सुकून ही पहुॅंचाए,
Ajit Kumar "Karn"
बड़ी अजब है जिंदगी,
बड़ी अजब है जिंदगी,
sushil sarna
तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ - डी. के. निवातिया
तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ - डी. के. निवातिया
डी. के. निवातिया
!! फूलों की व्यथा !!
!! फूलों की व्यथा !!
Chunnu Lal Gupta
चैत्र प्रतिपदा फिर आई है, वसुधा फूली नही समाई है ।
चैत्र प्रतिपदा फिर आई है, वसुधा फूली नही समाई है ।
विवेक दुबे "निश्चल"
बुलन्दियों को पाने की ख्वाहिश तो बहुत थी लेकिन कुछ अपनो को औ
बुलन्दियों को पाने की ख्वाहिश तो बहुत थी लेकिन कुछ अपनो को औ
jogendar Singh
GM
GM
*प्रणय प्रभात*
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
Atul "Krishn"
रमन्ते सर्वत्र इति रामः
रमन्ते सर्वत्र इति रामः
मनोज कर्ण
प्रेम..
प्रेम..
हिमांशु Kulshrestha
बस थोड़ा सा ताप चाहिए
बस थोड़ा सा ताप चाहिए
Anil Kumar Mishra
सावन का मेला
सावन का मेला
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शायद खोना अच्छा है,
शायद खोना अच्छा है,
पूर्वार्थ
Loading...