Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
14 Feb 2022 · 1 min read

जिसे चाहे जिता देना 【मुक्तक】

जिसे चाहे जिता देना 【मुक्तक】
■■■■■■■■■■■■■■■■■
कोई झंडा न नफरत का कहीं पर गाड़ने पाए
कोई फन बदजुबानी का नहीं फुफकारने पाए
तुम्हारा मन चुनावों में जिसे चाहे जिता देना
मौहब्बत – भाईचारा देखना न हारने पाए
————————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997615451

Loading...