Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
10 Feb 2022 · 1 min read

खुशहाल गरीब

खुशी गर बाहर ,भौतिकता में होती,
गरीब वर्ग हमेशा वंचित, ही रह जाता,
अनुभूति में छुपी हुई,चाहत है वो पाता,
वो दुखियों के दुख भी, सदा है हर लेता.

महेन्द्र सिंह हंस

Loading...