Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
9 Feb 2022 · 1 min read

जीवन के आखिरी सफर की तैयारी

जीवन के आखिरी सफर की
तैयारी
तू मेरा सहारा
जैसे हाथ में पकड़ रखी हो
एक लाठी
हम दोनों नापेंगे हर एक कदम अब
सोच समझकर
कोई गर कहीं फिसला तो
उसको संभालने की दूसरे की बारी।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Loading...