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31 Jan 2022 · 1 min read

बेहयाई

शर्म बेचकर खा गई आज की युवा पीढ़ी ,
कुसंस्कारी कलयुग की है यह पहली सीढ़ी ।
अब आगे आगे देखते जाइए होता है क्या !
बेहयाई की है इस जहान में जंग छिड़ी ।

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