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30 Jan 2022 · 1 min read

अरमान

खुशियां कम अरमान बहुत हैं!
हर इंसाँ हैरान बहुत हैं!

देखा जो था रेत का घर!
दूर से उसकी शान बहुत हैं!

सच का न कोई सानी था!
आज तो झूठ की आन बहुत हैं!

मुश्किल से मिलते हैं इंसाँ!
कहने को इन्सान बहुत हैं!

शौक से चलिये राहें-वफा में!
लेकिन वहाँ तूफान बहुत है!

वक्त पे न पहचाने कोई!
वैसे तो पहचान बहुत हैं!

✒ Anoop S.

#Theincomparable #Theuniques #LafzDilse

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