Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
26 Jan 2022 · 1 min read

बिगड़ते बच्चे

क्रोधी चिड़चिड़े आक्रामक
बिगड़ते हुए बच्चों से त्रस्त
अविभावक चिंतित करें क्या
रहते मानसिक तनाव ग्रस्त

कारण और निदान ढूंढ के
हल निकालें न निकलेगा क्या
एक ही संतान की चाहत
अत्यधिक लाड़ और क्या

सुख सुविधाएं दुलार प्यार
मिलता तो जिद्दी हो जाते
जिद न हो पूरी नाराज होके
बिगड़ैल गुस्सैल हो जाते

दोषी हम स्वयं ही रहते
उनकी हर बात मान के
लाडली-दुलारी सन्तान
बेलगाम बिगाड़ते सम्मान

धैर्य संयम निर्णय दृढ़ता
अपनायें खुद समझदारी
न का मतलब न,शांत रहें
समझे मांग न होगी पूरी

उपहार नही समय देकर
करें वार्ता और प्रश्नोत्तर
मित्रों की लें जानकारी
बतायें नही कोई कमतर

सिखाएं उचित व्यवहार
पैसों की कद्र समय ज्ञान
रचनात्मक कार्य मे व्यस्त
जिद जरूरत नही ध्यान

मानसिक शांति अपनी
भविष्य उज्जवल उनका
नाम रहेगा रोशन जग मे
जानेगें सपूत है किस का

स्वरचित मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित
अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर

Loading...