Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
17 Jan 2022 · 1 min read

हे अवला तुझे नमन ।

हे अवला तुझे नमन। केश तेरे सरके बनके पवन ।। हे अवला तुझे नमन।। बनकर केश तेरे सिरकी। काली नागिन सी फिरती। । पवनो के झोको में काली घटा सी धरती।। रखते हम तुझ पर मन ।। हे अवला तुझे नमन।। सुन्दरता का हे प्रतीक। नयन तेरे होते प्रज्ज्वलित। संतोष धरे सभी का करते हम तेरा स्मरण। हे अवला तुझे नमन।। मुख वण॔क है स्वर्ण निराला ।। वाणी में मिश्री की माला ।। हदय दुआ सवसे सच्ची। । जन्म सफल करता जो भक्ती। । माॅ तेरे अधीन हम सब जन। हे अवला तुझे नमन।। जन्म जन्म की जननी। रची हे तुझ से धरती। । पग पग में हो सहायक। मानव के हितकारी बनकर। । हे समर्पित तुमको ये जन। । हे अवला तुझे नमन। ।

Loading...