Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2022 · 1 min read

“सहजता की चाह”

डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”

=============

हमने भी सोचा एक अद्भुत रचना ही बना डालें !
अच्छे- अच्छे अलंकृत शब्दों से उनको सजा डालें !!

देखते -देखते हमने शब्दों का बेजोड़ चयन किया !
डिक्शनरीऔर इन गूगल के गुर्दों से निकाल लिया !!

अब तो बेमेल शब्दों से अलंकृत कविता कर दिया !
भाव के विपरीत शब्दों को उल्टा -सुलटा कर दिया !!

हमें माँग में सिंदूर भरना था श्रृंगार हमने कर दिया !
जल्दी में हमने भूलकर कनपट्टी में सिंदूर भर दिया !!

गर्व से हम अपने सिने को रह -रहकर फूलाने लगे !
अलंकृत श्रृंगार शायद सभीको विभस्त लगने लगे !!

सबने देखकर अपना मुंह दुसरे तरफ फेर लिया !
रचना का मूल भाव को शब्दों ने बेकार बना दिया !!

कविता को सरलता के आवरण में ही रहना चाहिये !
शब्द भाषा और सहज ताल लय में लिखना चाहिए !!

=================================

डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत

Language: Hindi
210 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"एक सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
हर मुश्किल का हल निकलेगा..!
हर मुश्किल का हल निकलेगा..!
पंकज परिंदा
बुन लो सपने रात ढलती चांदनी में
बुन लो सपने रात ढलती चांदनी में
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रुबाइयों में बहता इश्क है मेरा दिल में बहता
रुबाइयों में बहता इश्क है मेरा दिल में बहता
Babiya khatoon
चुनावी घोषणा पत्र
चुनावी घोषणा पत्र
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ख्वाबों के रेल में
ख्वाबों के रेल में
Ritu Verma
ग़ज़ल _ बादल घुमड़ के आते , ⛈️
ग़ज़ल _ बादल घुमड़ के आते , ⛈️
Neelofar Khan
جو سچ سب کو بتانا چاہتا ہوں
جو سچ سب کو بتانا چاہتا ہوں
अरशद रसूल बदायूंनी
কবিতা : জ্ঞানদায়িনী, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
কবিতা : জ্ঞানদায়িনী, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
Sohom Dey
बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है
बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है
Shweta Soni
नकारात्मक लोगो से हमेशा दूर रहना चाहिए
नकारात्मक लोगो से हमेशा दूर रहना चाहिए
शेखर सिंह
दो
दो
*प्रणय प्रभात*
व्यथा - मदनाग छंद
व्यथा - मदनाग छंद
Ram kishor Pathak
रण चंडी
रण चंडी
Dr.Priya Soni Khare
हिंदी भाषा
हिंदी भाषा
Kanchan verma
तोर माया सुघ्घर दाई
तोर माया सुघ्घर दाई
JITESH BHARTI CG
Mental health is not a luxury but a necessity .
Mental health is not a luxury but a necessity .
पूर्वार्थ
कविता (हमारी बेडि़यां)
कविता (हमारी बेडि़यां)
Mangu singh
Never stop trying. Never stop believing. Never give up. Your
Never stop trying. Never stop believing. Never give up. Your
पूर्वार्थ देव
जो शिद्दत है एहसासों में
जो शिद्दत है एहसासों में
मनोज कर्ण
मांगी जन्नत सिरहाने मैने मेरे.....
मांगी जन्नत सिरहाने मैने मेरे.....
ruchi sharma
14. बात
14. बात
Lalni Bhardwaj
3168.*पूर्णिका*
3168.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
व्यंग्य आपको सिखलाएगा
व्यंग्य आपको सिखलाएगा
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हम तुम और इश्क़
हम तुम और इश्क़
Surinder blackpen
पहली किताब या पहली मुहब्बत
पहली किताब या पहली मुहब्बत
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
माँ सुहाग का रक्षक बाल 🙏
माँ सुहाग का रक्षक बाल 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गज़ल
गज़ल
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
और मौन कहीं खो जाता है
और मौन कहीं खो जाता है
Atul "Krishn"
*सर्राफे में चॉंदी के व्यवसाय का बदलता स्वरूप*
*सर्राफे में चॉंदी के व्यवसाय का बदलता स्वरूप*
Ravi Prakash
Loading...