Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2021 · 1 min read

सर्दी में नेता कहें 【कुंडलिया】

सर्दी में नेता कहें 【कुंडलिया】
■■■■■■■■■■■■■■■
सर्दी में नेता कहें , कैसे करें प्रचार
सुबह दुपहरी सब गई ,करती शाम प्रहार
करती शाम प्रहार ,नहीं मिलते मतदाता
जिससे माँगो वोट ,ठंड में है लतियाता
कहते रवि कविराय ,कठिन अब नेतागर्दी
आए बुरे चुनाव , घोर मौसम जब सर्दी
————————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

1 Like · 209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

गए थे दिल हल्का करने,
गए थे दिल हल्का करने,
ओसमणी साहू 'ओश'
जैसे निरंतर बहता हुआ समय किसी दिन लौट आता है अपने प्रथम बिंद
जैसे निरंतर बहता हुआ समय किसी दिन लौट आता है अपने प्रथम बिंद
पूर्वार्थ
सत्य कहना - माधव मालती छंद
सत्य कहना - माधव मालती छंद
Ram kishor Pathak
“यह बात सत्य हैं”
“यह बात सत्य हैं”
Dr. Vaishali Verma
*गुरूर जो तोड़े बानगी अजब गजब शय है*
*गुरूर जो तोड़े बानगी अजब गजब शय है*
sudhir kumar
बेहद खुशनुमा और हसीन से हो गए हैं ये दिन।
बेहद खुशनुमा और हसीन से हो गए हैं ये दिन।
Rj Anand Prajapati
7. Roaming on the Sky
7. Roaming on the Sky
Santosh Khanna (world record holder)
" शर्त "
Dr. Kishan tandon kranti
चार कदम चल कर थक गए हैं हम।
चार कदम चल कर थक गए हैं हम।
Madhu Gupta "अपराजिता"
व्यंग्य आपको सिखलाएगा
व्यंग्य आपको सिखलाएगा
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
नहीं मरा है....
नहीं मरा है....
TAMANNA BILASPURI
*पढ़ते हैं जो मन लगा, बन जाते विद्वान (कुंडलिया)*
*पढ़ते हैं जो मन लगा, बन जाते विद्वान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कुछ मुस्कुरा के
कुछ मुस्कुरा के
Dr fauzia Naseem shad
बात के हो जादूगर इस अदा से उल्फत है ।
बात के हो जादूगर इस अदा से उल्फत है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
दोहे
दोहे
seema sharma
गुरु महाराज के श्री चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम है
गुरु महाराज के श्री चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रिश्ते
रिश्ते
राकेश पाठक कठारा
गौरैया दिवस पर
गौरैया दिवस पर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
🙅🤦आसान नहीं होता
🙅🤦आसान नहीं होता
डॉ० रोहित कौशिक
आशीष राम का...
आशीष राम का...
इंजी. संजय श्रीवास्तव
🙅SUNDAY🙅
🙅SUNDAY🙅
*प्रणय प्रभात*
होश संभालता अकेला प्राण
होश संभालता अकेला प्राण
©️ दामिनी नारायण सिंह
नज़र से जाम पिलाने का कोई सबब होगा ।
नज़र से जाम पिलाने का कोई सबब होगा ।
Phool gufran
कल है हमारा
कल है हमारा
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
अरमान दिल में है
अरमान दिल में है
दीपक बवेजा सरल
भक्ति विधान
भक्ति विधान
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
बिना पढ़े ही वाह लिख, होते हैं कुछ शाद
बिना पढ़े ही वाह लिख, होते हैं कुछ शाद
RAMESH SHARMA
विश्वास
विश्वास
Bodhisatva kastooriya
समंदर इंतजार में है,
समंदर इंतजार में है,
Manisha Wandhare
*मेरी व्यथा*
*मेरी व्यथा*
Shashank Mishra
Loading...