Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2021 · 1 min read

कलम उठा

ना बंदूक,
ना बम उठा
कलम उठा!
कलम उठा!!
अपनी गुस्ताख
नज़्मों से,
अपने बेबाक
फिकरों से
ज़ुल्मत की
बुनियाद हिला।
कलम उठा!
कलम उठा!!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
190 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

.
.
लक्ष्मी सिंह
जेठ कि भरी दोपहरी
जेठ कि भरी दोपहरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अमिर -गरीब
अमिर -गरीब
Mansi Kadam
आदमी और गधा
आदमी और गधा
Shailendra Aseem
*ये आती और जाती सांसें*
*ये आती और जाती सांसें*
sudhir kumar
"विकृति"
Dr. Kishan tandon kranti
तन्हा जिंदगी अब जीया न जाती है
तन्हा जिंदगी अब जीया न जाती है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
ये मतलबी ज़माना, इंसानियत का जमाना नहीं,
ये मतलबी ज़माना, इंसानियत का जमाना नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
।।
।।
*प्रणय प्रभात*
फरेब की इस दुनिया से, मानो जी ही भर गया।
फरेब की इस दुनिया से, मानो जी ही भर गया।
श्याम सांवरा
दीप
दीप
विशाल शुक्ल
दुर्मिल सवैया
दुर्मिल सवैया
Rambali Mishra
गुलामी क़बूल नहीं
गुलामी क़बूल नहीं
Shekhar Chandra Mitra
गौतम बुद्ध के विचार --
गौतम बुद्ध के विचार --
Seema Garg
गंगा नदी
गंगा नदी
surenderpal vaidya
जिंदगी से जिंदगी को ,
जिंदगी से जिंदगी को ,
रुपेश कुमार
एक दो बार समझाने से कोई नही समझ रहा है तो सामने वाले को समझा
एक दो बार समझाने से कोई नही समझ रहा है तो सामने वाले को समझा
Iamalpu9492
उमंगों की राह
उमंगों की राह
Sunil Maheshwari
मुझको निभाना होगा अपना वचन
मुझको निभाना होगा अपना वचन
gurudeenverma198
: बूँद की यात्रा
: बूँद की यात्रा
मधुसूदन गौतम
दुश्मन
दुश्मन
विक्रम सिंह
पिता का गीत
पिता का गीत
Suryakant Dwivedi
सघन जंगल में नदी का तुम किनारा हो
सघन जंगल में नदी का तुम किनारा हो
Shweta Soni
गामक
गामक
श्रीहर्ष आचार्य
गर तुम हो
गर तुम हो
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
जल की व्यथा
जल की व्यथा
Vivek Pandey
फूल
फूल
आशा शैली
दिल लगाया है जहाॅं दिमाग न लगाया कर
दिल लगाया है जहाॅं दिमाग न लगाया कर
Manoj Mahato
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अनुभूति
अनुभूति
डॉ.कुमार अनुभव
Loading...