दुख सुख
यह जीवन है दोस्तों ! इसमें उतार -चदाव लगा ही रहता है ,
कोई दुःख में रोता है तो कोई सुख में हँसता है ,
बाँट लें आपस में गर हम सारे -दुःख-सुख ,
तो इसमें किसी क्या बिगड़ता है .
यह जीवन है दोस्तों ! इसमें उतार -चदाव लगा ही रहता है ,
कोई दुःख में रोता है तो कोई सुख में हँसता है ,
बाँट लें आपस में गर हम सारे -दुःख-सुख ,
तो इसमें किसी क्या बिगड़ता है .