Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2021 · 1 min read

मौत की दस्तक

कैसा लगता होगा उसे जो दुनिया से जाता होगा ,
एक दर्द सीने में उठता होगा हद से जाता होगा ।

एक निम खामोशी फिर लंबी सी गहरी नींद में ,
खो जाता होगा फिर वो मौत के आगोश में ।

फिर जिस्म से जुदा होकर रूह उड़ जाती होगी,
खुदा ही जाने वोह उड़ के कहां चली जाती होगी।

जिंदगी भर जिसने की नेकिया ,चला ईमान पर,
उसकी मौत में सुकूं होगा और मुस्कान लब पर ।

और जिसने की बदी और बईमानी उम्र भर ,
उसकी मौत में दर्द होगा आह जुबान पर ।

खैर ! जो चाहे जो लिबास तो बदलना ही होगा ,
उतार कर रूह को नया पैरहन पहनना ही होगा ।

जो भी दाग है जिस्म के साथ नही जाने वाले ,
लिया गर खुदा का नाम तो वही बख्शने वाले ।

इस जन्म के कर्मों पर ही बनेगी नींव अगले जन्म की,
मकान अगर सुन्दर चाहिए जरूरत है नेक कर्मों की ।

जीतेजी तो समझ नहीं पाते हम यह कर्मों का खेल,
मगर जिस घड़ी जिस्म से जान जाए होता इनका मेल।

मौत की चौखट पर जब बुद्धि थोड़ी जागृत रहती है,
तभी मानस पटल पर फिल्म सी चलने लगती है।

सारी जिन्दगी और सारे जन्म एक साथ होते रूबरू,
तभी खुदा की याद सच्चे दिल की तो मुक्ति दे जरूर।

इसीलिए अरे इंसान वक्त रहते खुदा को याद कर ले ,
और करके नेक नामियां अपना दामाँ सुकून से भर ले।

3 Likes · 4 Comments · 715 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all

You may also like these posts

हम सम्भल कर चलते रहे
हम सम्भल कर चलते रहे
VINOD CHAUHAN
एक चुटकी सिन्दूर
एक चुटकी सिन्दूर
Dr. Mahesh Kumawat
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
Dr.Rashmi Mishra
घर ताव से नहीं
घर ताव से नहीं
स्वयं प्रकाश पाण्डेय "स्वयं"
किसी को इतना भी प्यार मत करो की उसके बिना जीना मुश्किल हो जा
किसी को इतना भी प्यार मत करो की उसके बिना जीना मुश्किल हो जा
रुचि शर्मा
मैं भी अपनी नींद लुटाऊं
मैं भी अपनी नींद लुटाऊं
करन ''केसरा''
राज़ हैं
राज़ हैं
surenderpal vaidya
कहानी -अभागन
कहानी -अभागन
Yogmaya Sharma
दुर्गंध गोबर, गौवंश, गौशाला में नहीं, मसाजवादी
दुर्गंध गोबर, गौवंश, गौशाला में नहीं, मसाजवादी "टोंटीचोर वंश
*प्रणय प्रभात*
रिश्ता भाई बहन का
रिश्ता भाई बहन का
Harshita Choubisa
बायण बायण म्है करूं, बायण  म्हारी  मात।
बायण बायण म्है करूं, बायण म्हारी मात।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
3842.💐 *पूर्णिका* 💐
3842.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
।। हमारे वीर जवान ।।
।। हमारे वीर जवान ।।
Priyank Upadhyay
ପରିଚୟ ଦାତା
ପରିଚୟ ଦାତା
Bidyadhar Mantry
कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर म
कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर म
इशरत हिदायत ख़ान
मातृशक्ति को नमन
मातृशक्ति को नमन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सफर जीवन का चलता रहे जैसे है चल रहा
सफर जीवन का चलता रहे जैसे है चल रहा
पूर्वार्थ
सब्जी के दाम
सब्जी के दाम
Sushil Pandey
"तब जाकर कुछ लिखता हूं"
राकेश चौरसिया
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
Otteri Selvakumar
देखा है
देखा है
RAMESH Kumar
सुकून-ए-दिल को ज़रा सा
सुकून-ए-दिल को ज़रा सा
Dr fauzia Naseem shad
पढ़िये सेंधा नमक की हकीकत.......
पढ़िये सेंधा नमक की हकीकत.......
Rituraj shivem verma
चेहरे की पहचान ही व्यक्ति के लिये मायने रखती है
चेहरे की पहचान ही व्यक्ति के लिये मायने रखती है
शेखर सिंह
साथ उसके इक शाम गुजरी बड़ी शिद्दत से,
साथ उसके इक शाम गुजरी बड़ी शिद्दत से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
Rj Anand Prajapati
माँ साथ रहे... माँ जितनी
माँ साथ रहे... माँ जितनी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
अगर मैं / अरुण देव (पूरी कविता...)
अगर मैं / अरुण देव (पूरी कविता...)
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कुंडलिया. . . .
कुंडलिया. . . .
sushil sarna
चिरनिद्रा से नारायण जागे
चिरनिद्रा से नारायण जागे
Kavita Chouhan
Loading...