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2 Dec 2021 · 1 min read

पास मेरे तुम आओ

पास मेरे तुम आओ
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पास मेरे तुम आओ,
यूँ पास से मत जाओ।

जो भी लेना -देना हो,
तनिक मत शरमाओ।

ले कर यहाँ बैठें हैं,
प्रेम-प्रसाद ले जाओ।

क्या मन में तेरे है,
कुछ तो हमें बताओ।

कुछ सुना कर जाना,
कुछ अपनी सुनाओ।

दिल की पीर सुनकर,
थोड़ा-सा मुस्कराओ।

हाल- हालात बिगड़े,
पर तुम मत घबराओ।

मनसीरत मरता दम,
सांसें तो गिन जाओ।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

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