Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
30 Nov 2021 · 1 min read

ज़िंदा क़ौम

ज़िंदा क़ौम तो
ऐहतिजाज करती है!
मूर्दा क़ौम ही
सब चुपचाप सहती है!!
ऐसे क़ौम को
ग़ुलाम बनाना मुश्किल
ज़ुल्म के ख़िलाफ़
जो इंकलाब करती है!!
Shekhar Chandra Mitra
#जनवादीकविता #अवामीशायरी
#इंकलाबीशायरी #सियासीशायरी #

Loading...