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19 Nov 2021 · 1 min read

तुम लौट आओ

आज अनायास ही
उसका ख्याल आ गया
खुशी हुई थोड़ी फिर
विरह क्षण याद आ गया

याद आते ही वो मंजर
मुझको फिर मायूस कर गया
बंद करके पलकों को
आंखों को आंसुओं से भर गया

खो गया यादों में उसकी
ढूंढ रहा हूं खुशबू मैं उसकी
लग रहा आसपास है वो, बस
दिख नहीं रही तस्वीर उसकी

माना छोड़ गई है मुझे वो
लेकिन दिल में है मेरे वो आज भी
आकर मेरी यादों में अक्सर
क्यों मुझे सताती है वो आज भी

जन्नत का अनुभव होता था
जब मैं उसके साथ होता था
मैं बस उसी को देखता था
जब वो मेरे साथ होता था

मिलने को मैं उससे और
वो भी मुझसे आतुर रहते थे
प्रेम की मिसाल है हम
ऐसा अक्सर लोग कहते थे

लग गई नज़र किसी की या
उसके दिल में कोई और आ गया
अच्छा नहीं लगता मैं उसे या
उसको कोई और भा गया

जो भी रही हो वजह, अब क्या
मेरे तो जीवन में अंधेरा छा गया
नहीं सोया हूं चैन से एक भी दिन
जिस दिन से वो मुझको छोड़ गया

मुझे देखती वो निगाहें उसकी
है मेरी यादों में बसी आज भी
भूल जाऊंगा मैं जो हुआ साथ मेरे
मिल जाए अगर वो मुझे आज भी

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