Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2021 · 1 min read

—–मेरी खिड़की से आसमान का छोटा टुकड़ा—–

मेरी खिड़की से आसमान का छोटा सा टुकड़ा दिखता है।
उसमे एक चाँद है जो बेपनाह चमकता है।

देखा करता हूं ओट से छुपके उसको
नज़रों में मेरी रहा करता है।

तन्हा है वो भी मेरी तरह ही अनेक सितारों में
सोचकर यही दिल जिया करता है।

पाबन्द है वक़्त का बहोत मेरे लिए रोज
बड़ी दूर से निकल पड़ता है।
बदले मौसम हर घड़ी चाहे वो ना बदलता है।

बैठ जाता हूँ बस यूं ही निहारने उसको
वो भी शायद मुझको देखा करता है।

जुड़ जाता है कुछ रिश्ता नाता उससे मेरा
फिर बेवजह ही उससे दिल लगता है।

देखकर उसको जागती है दिल मे उमंग नई
वो भी प्रेम की इस मौन भाषा को समझता है।

रंग बदलते है इस दुनिया के लेकिन वो हरदम
एक सा बनता है।

रख लेता है शायद वो भी स्नेह को सहेजकर
यही सोचकर दिल सम्भलता है।

दिखला जाता है इक नया रंग जीने का
आहिस्ते से फिर अलग रूप में सिमटता है

समाकर निशा के आगोश में चाँदनी बिखेरता है।
भोर होते है विदा ले निकल पड़ता है।

कविता चौहान
स्वरचित एवं मौलिक

742 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

***आकाश नीला है***
***आकाश नीला है***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भीष्म वध
भीष्म वध
Jalaj Dwivedi
विकास की जिस सीढ़ी पर
विकास की जिस सीढ़ी पर
Bhupendra Rawat
✨बादलों की साजिशों में, चांद-तारों का इम्तिहान है।✨
✨बादलों की साजिशों में, चांद-तारों का इम्तिहान है।✨
Priya princess panwar
Men are just like books. Many will judge the cover some will
Men are just like books. Many will judge the cover some will
पूर्वार्थ
गीत तनहा ही गा लिये हमने
गीत तनहा ही गा लिये हमने
पंकज परिंदा
खोल के कान और की सुन ले,
खोल के कान और की सुन ले,
*प्रणय प्रभात*
आखिरी खत
आखिरी खत
Kaviraag
4310.💐 *पूर्णिका* 💐
4310.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हाथ थाम लो मेरा
हाथ थाम लो मेरा
Dr. Rajeev Jain
बुंदेली चौकड़िया
बुंदेली चौकड़िया
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गांधी न होते यदि कस्तूरबा न होतीं
गांधी न होते यदि कस्तूरबा न होतीं
Ashwani Kumar Jaiswal
My Sweet Haven
My Sweet Haven
Tharthing zimik
कविता
कविता
Dr.Priya Soni Khare
Mr. Abu Jahangir
Mr. Abu Jahangir
Abu Jahangir official
मस्ती में चूर - डी के निवातिया
मस्ती में चूर - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
शेखर सिंह
रिश्तों के
रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
ਦੁਸ਼ਮਣ
ਦੁਸ਼ਮਣ
Otteri Selvakumar
प्रेम क्या है?
प्रेम क्या है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
चित्र आधारित चौपाई रचना
चित्र आधारित चौपाई रचना
गुमनाम 'बाबा'
14. आवारा
14. आवारा
Rajeev Dutta
ये खामोशियाँ मुझको भाने लगीं हैं।
ये खामोशियाँ मुझको भाने लगीं हैं।
Manisha Manjari
02/05/2024
02/05/2024
Satyaveer vaishnav
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
अरशद रसूल बदायूंनी
मंजिल को अपना मान लिया।
मंजिल को अपना मान लिया।
Kuldeep mishra (KD)
"कब होगा मां सबेरा"
राकेश चौरसिया
एक शख्स
एक शख्स
Pratibha Pandey
ख़ुद हार कर भी जीत जाते हैं मुहब्बत में लोग,
ख़ुद हार कर भी जीत जाते हैं मुहब्बत में लोग,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...