Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2021 · 2 min read

” हम आकाश से गिरकर खजूर पर अटके हुए हैं “

डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
===========================
नए यंत्रों के इजाद ने हमारी जिंदगी को ही बदल डाली !…… अब हम पुरानी विधाओं को भूलते जा रहे हैं ! ………डाक सेवा …लिफाफ ..अंतर्देशीय पत्र …पोस्ट कार्ड ..टेलीग्राम और विभिन्य कार्यकलापों के दिन लद गए !………. अब इन्हें अधिकांशतः संग्रालय और इतिहास के पन्नों में रख दिया गया है !…….
गूगल और इंटरनेट के युगांतकारी क़दमों ने हमें आसमान की बुलंदिओं को छूने का एहसास जगा दिया !……. हम अब गाँवों तक सिमट कर रह ना सके। …शहर ………..जिला ………राज्य ………देश …….विदेशों ….यहाँ तक कि सारा ब्रह्माण्ड हमारे मुठ्ठी में समा गया है ……और हम एक “महानायक ” बन गए !…………. लिखना ……सन्देश भेजना …….टेलीफोन ……..व्हाट्स एप्प …….स्कैप ………मैसेंजर ……..विडिओ कालिंग के माध्यम से हम सम्पूर्ण विश्व से जुड़ गए !………..
मित्र बनाने की प्रतिस्पर्धा जोरों से चल पड़ी ! ……पर इस विजय यात्रा में कभी -कभी ह्रदय काँपने लगता है !…….. मित्र बनाने की उत्कंठा किसे नहीं होती ?……. हमें भी लगातार फ्रेंड रिक्वेस्ट आते रहते हैं !……. मित्रता के बंधनों में बंधने के बाद हम प्रायः -प्रायः सभी को स्वागत पत्र लिखते हैं !….. पर अधिकांश लोग तो उसकी अनदेखी कर देते हैं। ….कोई देख भी लिया तो रद्दी की टोकरी में फ़ेंक देते हैं। …
कई -कई तो लोग चकमा देने के लिए ‘लाइक ‘ कर देंगे ! इसके अलावा कुछ लोग very good ….nice …..great …अच्छा लगा …प्रणाम ….इत्यादि कहकर कन्नी काट जाते हैं !……. पर इनकी सजगता तो देखिये …मैसेंजर में हाथ हिलना ..HELLO …HI …करना और यदि मौका मिला तो ये व्हाट्स एप्प में रासलीला दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ते !……………
आत्मीयता तो अकर्मण्यता के अग्नि में झुलसता जा रहा है !…………. हम आभार ..अभिनन्दन ..स्नेह ..स्वागत …सिरोधार्य …..बधाई …प्रणाम ………इत्यादि के फोटो चिपका देते हैं ! …पर दो शब्द लिख नहीं पाते ! हम लिखकर और बोलकर ही लोगों को जीत सकते हैं अन्यथा हम खजूर पर ही लटके रहेंगे !
===============
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज रोड
दुमका
झारखण्ड
भारत

Language: Hindi
Tag: लेख
175 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मां
मां
सतीश पाण्डेय
"विचित्र दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
ଷଡ ରିପୁ
ଷଡ ରିପୁ
Bidyadhar Mantry
3267.*पूर्णिका*
3267.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मोम का पुतला
मोम का पुतला
विशाल शुक्ल
मन और मौन
मन और मौन
पूर्वार्थ
आत्मज्ञान
आत्मज्ञान
Shyam Sundar Subramanian
नेताजी को लू लग गई
नेताजी को लू लग गई
Harinarayan Tanha
अंदाज़
अंदाज़
Ragini Kumari
माता रानी दर्श का
माता रानी दर्श का
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
पल भर तमाशों के बीच ज़िंदगी गुजर रही है,
पल भर तमाशों के बीच ज़िंदगी गुजर रही है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*जमीं भी झूमने लगीं है*
*जमीं भी झूमने लगीं है*
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
*रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व*
*रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व*
Ravi Prakash
आदमी का सफर
आदमी का सफर
विक्रम सिंह
रमेशराज की पद जैसी शैली में तेवरियाँ
रमेशराज की पद जैसी शैली में तेवरियाँ
कवि रमेशराज
गुरु चरणों की धूल
गुरु चरणों की धूल
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
किसी का कुछ भी नहीं रक्खा है यहां
किसी का कुछ भी नहीं रक्खा है यहां
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
रोशनी की किरण
रोशनी की किरण
Juhi Grover
चाहे किसी के साथ रहे तू , फिर भी मेरी याद आयेगी
चाहे किसी के साथ रहे तू , फिर भी मेरी याद आयेगी
gurudeenverma198
ऐ चाँद
ऐ चाँद
Saraswati Bajpai
कन्या
कन्या
Bodhisatva kastooriya
मैं देर करती नहीं......... देर हो जाती है।
मैं देर करती नहीं......... देर हो जाती है।
MEENU SHARMA
भारत के वायु वीर
भारत के वायु वीर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गर्दिश -ए - वक़्त ने बदल डाला ,
गर्दिश -ए - वक़्त ने बदल डाला ,
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल _ सब्र अपने पास रखना चाहिए ।
ग़ज़ल _ सब्र अपने पास रखना चाहिए ।
Neelofar Khan
एक मुठी सरसो पीट पीट बरसो
एक मुठी सरसो पीट पीट बरसो
आकाश महेशपुरी
भारत के राम
भारत के राम
करन ''केसरा''
दोहा पंचक. . . . . तकदीर
दोहा पंचक. . . . . तकदीर
sushil sarna
"लोकप्रिय होने के लिए कुछ भी बोलने से बचिए, क्योंकि भगवान इं
Mr. Bindesh Jha
हमारे धर्म ध्वज के वाहक !
हमारे धर्म ध्वज के वाहक !
Jaikrishan Uniyal
Loading...