Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
6 Nov 2021 · 1 min read

महा भागवत कथा की महिमा

सब तीरथ आ जाते वहां
जहां होती महा भागवत की कथा
सच्चे मन से सुने जो ये कथा
दूर हो जाती है उसकी हर व्यथा।।

भक्ति का भूखा होता है ईश्वर
बस सच्चे मन से करो तुम भक्ति
प्रसन्न होकर देगा हम सबको
ईश्वर हर स्थिति से लड़ने की शक्ति।।

पुण्य भी करेगा मनुष्य तो बस वो
देवता ही बन जायेगा अगले जन्म में
मोक्ष तो देवता को भी नहीं मिलता
मोक्ष प्राप्ति का साधन है महा भागवत।।

बन जाए दानवीर कर्ण के जैसा तू
अंत समय में ब्राह्मण को दान दिया जिसने
ली थी वो तो ईश्वर ने परीक्षा उसकी
लेकिन वो परीक्षा भी उत्तीर्ण की उसने।।

कोशिश करो पुण्य करने की हमेशा
भक्ति भी करो तुम ईश्वर की हमेशा
मोक्ष तुम्हें मिल जायेगा यहीं पर
सम्मान करो तुम मां बाप का हमेशा।।

मित्र बनना है तो बनो सुदामा के जैसे
सच्चे मन से जो ईश्वर का सत्कार करते है
हो मन साफ, हो भक्ति पवित्र तुम्हारी तो
ईश्वर खुद ही भक्त की इच्छाएं पूरी करते है।।

भागवत कथा जो सुन लेता है
वो पापों को अपने हर लेता है
पितरों को अपने तार लेता है
अपने सात जन्मों को सुधार लेता है।।

Loading...