मोहब्बत का फूल खिला है
मोहब्बत का फूल
खिला है
सिर्फ और सिर्फ
मोहब्बत करने वालों के लिए
नफरत करने वालों की
इस मोहब्बत के गुलशन में
कोई जगह नहीं
वह मोहब्बत की नगरी के
बाहर बनी
नफरत की तंग गलियों में
सारी उम्र भटकते रहे और
तलाशते रहे अपने ही
जैसे सिरफिरे लोग
कम नहीं मिल जायेंगे
एक बहुत बड़ी तादाद में
ऐसे लोग
नफरत की दुनिया
तो
बहुत बड़ी है
हिम्मत है तो
कसम खुदा की
खुद को ललकार
नफरत भुला और
मोहब्बत करके दिखा।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001