Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
4 Nov 2021 · 1 min read

मोहब्बत का फूल खिला है

मोहब्बत का फूल
खिला है
सिर्फ और सिर्फ
मोहब्बत करने वालों के लिए
नफरत करने वालों की
इस मोहब्बत के गुलशन में
कोई जगह नहीं
वह मोहब्बत की नगरी के
बाहर बनी
नफरत की तंग गलियों में
सारी उम्र भटकते रहे और
तलाशते रहे अपने ही
जैसे सिरफिरे लोग
कम नहीं मिल जायेंगे
एक बहुत बड़ी तादाद में
ऐसे लोग
नफरत की दुनिया
तो
बहुत बड़ी है
हिम्मत है तो
कसम खुदा की
खुद को ललकार
नफरत भुला और
मोहब्बत करके दिखा।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Loading...