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4 Nov 2021 · 1 min read

//... पैगाम-ए-दिवाली...//

//… पैगाम-ए-दिवाली…//

मत हो परेशान तू ,
जिंदगी एक काम है…!

मुश्किलों से लड़ना सीख ,
जिंदगी एक मुकाम है…!

किस घड़ी यह कैसी होगी ,
इससे सब अनजान है…!

अपना हौसला बुलंद रख ,
फिर जिंदगी तेरे नाम है…!

दे रहा मैं तुम्हें कि आज ,
दिवाली की शाम है…!

जो कुछ भी है मेरे पास ,
बस यही , बस यही पैगाम है…!

चिन्ता नेताम ” मन ”
डोंगरगांव (छत्तीसगढ़)

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