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27 Oct 2021 · 1 min read

मेरी परछाई तू कभी

मेरी परछाई
तू कभी मेरा साथ
मत छोड़ना
चाहे अंधेरा हो या
उजाला
तू कभी मेरा हाथ
मत छोड़ना
मेरा हाथ थामे रखना
मेरे दिल का ख्याल रखना
मुझे सम्भाले रखना
मेरी भावनाओं का
सम्मान करना
मुझे ठोकर लगकर
गिरने से बचाना
हर बाधा से मुझे बचाना
मेरा रास्ता
मेरी मंजिल
मेरी हिम्मत
मेरा विश्वास
मेरा जीवन
मेरी पूजा
मेरा दर्पण
मेरी सुगन्ध
मेरी ज्योत
मेरा श्रृंगार बनना
मैं जो कहूं तू बस
वो करना
मुझे कभी दगा न
देना
मेरी मोहब्बत
मेरी चाहत
मेरी हमकदम
मेरी हमसफर
मेरी दोस्त बनना।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

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