Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2021 · 1 min read

करवाचौथ

करवाचौथ हर जगह सुहागन महिलाओ द्वारा रखा जाता हैं कही कही पति भी अपनी पत्नी के लिए इस व्रत को करते है l
पत्नी पूरा दिन भूखी प्यासी रहती है क्या इसमे उसका कुछ स्वार्थ होता है….नही बिल्कुल भी नही
और पति को लगता है की क्या है एक समय की तो बात है रात को तो खाना खा ही लेगी l
हर दिन की तरह वो आज भी सारा काम करती है ख़ुशी ख़ुशी
खाना,बर्तन,कपडे,साफ सफाई बच्चो की देखभाल
पत्नी नही चाहती की उसको तोहफे मिले य़ा पति व्रत रखे उसके लिए
वो सिर्फ इतना चाहती है की पति उसके व्रत को मामूली ना समझे उसके कामो मे मदद कर दे ,पति समझे की उसकी पत्नी भी इंसान है थक सकती है बिना खाये पिये
पत्नी सज रही है तो अगर उसकी तारीफ नही कर सकते तो कृपया उसको ये मत बोले की तुम तो बद सुरत लग रही हो l
भूखी प्यासी पत्नी को अगर आप रात को आपसे पहले खाना खिला देंगे तो आपका कुछ नही घटेगा l
पति को इस दिन देव का दर्जा दिया जाता है तो पति को भी अपनी पत्नी को देवी समझना चाहिए कोई राक्षस नही l

Language: Hindi
Tag: लेख
458 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बेटियां
बेटियां
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
मोहब्बत
मोहब्बत
निकेश कुमार ठाकुर
कांग्रेस के नेताओं ने ही किया ‘तिलक’ का विरोध
कांग्रेस के नेताओं ने ही किया ‘तिलक’ का विरोध
कवि रमेशराज
करम के नांगर  ला भूत जोतय ।
करम के नांगर ला भूत जोतय ।
Lakhan Yadav
दर्द का सैलाब
दर्द का सैलाब
ओनिका सेतिया 'अनु '
- मोहब्बत की मिसाले -
- मोहब्बत की मिसाले -
bharat gehlot
"यह कैसा दस्तूर"
Dr. Kishan tandon kranti
#पैरोडी-
#पैरोडी-
*प्रणय प्रभात*
यूं जो देख मुझे अब मुंह घुमा लेती हो
यूं जो देख मुझे अब मुंह घुमा लेती हो
Keshav kishor Kumar
ग़ज़ल _ यादों में बस गया है।
ग़ज़ल _ यादों में बस गया है।
Neelofar Khan
चाहत 'तुम्हारा' नाम है, पर तुम्हें पाने की 'तमन्ना' मुझे हो
चाहत 'तुम्हारा' नाम है, पर तुम्हें पाने की 'तमन्ना' मुझे हो
Chaahat
विश्व कविता दिवस पर हाइकु
विश्व कविता दिवस पर हाइकु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हक़ीक़त
हक़ीक़त
Shyam Sundar Subramanian
मां इससे ज्यादा क्या चहिए
मां इससे ज्यादा क्या चहिए
विकास शुक्ल
लाख़ क़ाबिल है तू इल्मो फन में
लाख़ क़ाबिल है तू इल्मो फन में
Dr fauzia Naseem shad
"मैं ही हिंदी हूं"
राकेश चौरसिया
जिंदा है हम
जिंदा है हम
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
सबको राम राम राम
सबको राम राम राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
इसीलिए मैं तुमसे प्यार नहीं करता
इसीलिए मैं तुमसे प्यार नहीं करता
gurudeenverma198
मां के कोख से
मां के कोख से
Radha Bablu mishra
पल भर तमाशों के बीच ज़िंदगी गुजर रही है,
पल भर तमाशों के बीच ज़िंदगी गुजर रही है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक शपथ
एक शपथ
Abhishek Soni
मुझे
मुझे
हिमांशु Kulshrestha
कहते हैं पानी की भी याद होती है,
कहते हैं पानी की भी याद होती है,
पूर्वार्थ देव
क्या कहें
क्या कहें
Padmaja Raghav Science
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
2911.*पूर्णिका*
2911.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खिड़की में भीगता मौसम
खिड़की में भीगता मौसम
Kanchan Advaita
शोख़ दोहे :
शोख़ दोहे :
sushil sarna
Loading...