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21 Oct 2021 · 1 min read

दिलबर

दिलबर
वो मौत बड़ी सुहानी होगी
जो दिलबर के प्यार में आनी होगी
रुख़सत होना पड़ेगा उनसे पहले
उनके स्वागत की रस्म वहां भी निभानी होगी
ये किस्सा फिर से दोहराया जायेगा
ज़ब कोई दिवाना लैला का
और,कोई मजनू की दिवानी होगी
हर लब्ज़ पे होगा वही फ़साना
हर आँख फिर सुनामी होगी
टिप टिप गिरते आंसुओं से
समंदर सा भर जाएगा
फिर से वहां नदियों की
हर रोज रवानी होगी
किस्से तो बहुत होंगे इस दुनिया में
मगर मोहब्बत की कुछ अलग कहानी होगी
वो मौत बड़ी सुहानी होगी
जो दिलबर के प्यार में आनी होगी

1 Like · 218 Views
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