Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
17 Oct 2021 · 1 min read

ये फिल्म अभिनेत्रियां ..( नए और पुराने ज़माने में फर्क )

हमें याद आती है गुजरे जमाने की अभिनेत्रियां ,
जिन्होंने अपने अभिनय कला से पाई बुलंदियां ।

सुंदरता अप्रतिम और चारित्रिक गुण में देवी तुल्य ,
इनके चरणों की धूल भी नही आज की अभिनेत्रियां।

फिल्म जगत में जिन्होंने न किया कभी कोई समझौता,
मात्र योग्यता /आत्म सम्मान के दम पाई कामयाबियां।

झूठी शोहरत पाने के लिए न किया कोई गलत काम ,
जिंदगी थी बेदाग उनकी तो क्यों होती नुक्तचिनियां।

देश की जनता का प्यार मिला उनको बहुत हमेशा ,
और आज भी यादों में बसती है अमर अभिनेत्रियां।

मगर आज कल की अभिनेत्रियों को देखा जाए तो ,
ना उनमें रूप गुण ,ना ही अभिनय की बारीकियां ।

फिल्में चाहे जैसी हो ए ग्रेड ना सही बी या सी ही सही,
काम मांगने हेतु निर्देशकों की बन जाती कठपुतलियां।

सब जानते हैं की सभी नायिकाओं का चरित्र कैसा है ?
फिल्म पाने हेतु तन बेचती फिर “me too “की देती दुहाइयां।

दौलत और एशो इशरत चाहिए इनको जीवन में बहुत ,
जिसकी अधिकता से करती नशा खोरी व् रंगरेलियां।

ऐसे भला क्या यह यादगार बनेगी भुला दी जायेंगी ,
वक्त के गुबार में खो जायेंगी यह आज की तितलियां ।

हमें तो इन्हें देखकर निराशा होती है और घृणा भी ,
क्योंकि हम जानते है समाज में इन्हीं से है गंदगियां ।

काश कोई फरिश्ता आए कहीं से बंद करे यह गटर,
अपने देश के भविष्य को बचाने हेतु बहुत जरूरी है यह पाबंदियां ।

Loading...