ये फिल्म अभिनेत्रियां ..( नए और पुराने ज़माने में फर्क )
हमें याद आती है गुजरे जमाने की अभिनेत्रियां ,
जिन्होंने अपने अभिनय कला से पाई बुलंदियां ।
सुंदरता अप्रतिम और चारित्रिक गुण में देवी तुल्य ,
इनके चरणों की धूल भी नही आज की अभिनेत्रियां।
फिल्म जगत में जिन्होंने न किया कभी कोई समझौता,
मात्र योग्यता /आत्म सम्मान के दम पाई कामयाबियां।
झूठी शोहरत पाने के लिए न किया कोई गलत काम ,
जिंदगी थी बेदाग उनकी तो क्यों होती नुक्तचिनियां।
देश की जनता का प्यार मिला उनको बहुत हमेशा ,
और आज भी यादों में बसती है अमर अभिनेत्रियां।
मगर आज कल की अभिनेत्रियों को देखा जाए तो ,
ना उनमें रूप गुण ,ना ही अभिनय की बारीकियां ।
फिल्में चाहे जैसी हो ए ग्रेड ना सही बी या सी ही सही,
काम मांगने हेतु निर्देशकों की बन जाती कठपुतलियां।
सब जानते हैं की सभी नायिकाओं का चरित्र कैसा है ?
फिल्म पाने हेतु तन बेचती फिर “me too “की देती दुहाइयां।
दौलत और एशो इशरत चाहिए इनको जीवन में बहुत ,
जिसकी अधिकता से करती नशा खोरी व् रंगरेलियां।
ऐसे भला क्या यह यादगार बनेगी भुला दी जायेंगी ,
वक्त के गुबार में खो जायेंगी यह आज की तितलियां ।
हमें तो इन्हें देखकर निराशा होती है और घृणा भी ,
क्योंकि हम जानते है समाज में इन्हीं से है गंदगियां ।
काश कोई फरिश्ता आए कहीं से बंद करे यह गटर,
अपने देश के भविष्य को बचाने हेतु बहुत जरूरी है यह पाबंदियां ।