Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
6 Oct 2021 · 1 min read

जय भारत

शीर्षक – जय भारत…

विश्व विजेता बन कर जग में ,
इसकी जय जयकार हो ।
है भारत भूमि अपनी माता ,
सबको इससे प्यार हो ।।

अमन पसंद इस भारत में ,
नहीं नफ़रत की दीवार हो ।
भारत माता के चरणों में ,
अब वंदन बारम्बार हो ।।

रत्नगर्भा इस धरती पर अब,
नहीं भूख का व्यापार हो ।
रहें जहाँ सब मिलजुलकर ,
एक ख़ुशियों का संसार हो ।।

©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर
©काज़ीकीक़लम

Loading...