Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2021 · 1 min read

लघुकथा-नल की टोंटी

सुरेखा- ” रवि, मैंने कितनी बार कहा है कि नल की टोंटी में पानी कम आता है जिससे किचिन के काम में ज्यादा समय लगता है,सारी टोंटियां बदलवा लो, तेज धार बहेगी तो सब काम जल्दी से होंगे।”
रवि -“सुरेखा, मैंने मिस्त्री को फोन लगा दिया है,वह आता ही होगा।”
इतने में नल- मिस्त्री औजार लेकर आ गया और तुरंत ही उसने सिंक सहित बाथरूम की टोंटियाँ बदलकर उनकी जालीयाँ हटा दीं, अब नलों में तीव्र धारा के साथ पानी बहने लगा, यह देखकर सुरेखा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पानी का बहाव इतना तेज था कि 10 मिनिट में ही टंकी खाली हो गई।
उसी समय घर की बिजली गुल हो गई।
रवि के ऑफिस जाने का समय हो गया था, खाना बनाने एवं नहाने के लिए भी पानी नहीं बचा।
रवि -“सुरेखा ,मैंने जानबूझकर कम बहाव वाली टोंटियां लगवाई थीं, ताकि पानी की बचत हो सके।टंकी में एक बूंद पानी नहीं बचा है, अब अधिक समय तक मोटर चलने से बिजली खर्च भी बढ़ जाएगा, पानी की खपत भी अधिक होगी, क्या अब हमारा काम जल्दी हो पा रहा है?
सुरेखा को पानी का महत्व समझ आ गया था।

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 501 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

वो छोड़ गया था जो
वो छोड़ गया था जो
Shweta Soni
प्यार में पड़े किसी इंसान की दो प्रेमिकाएं होती हैं,
प्यार में पड़े किसी इंसान की दो प्रेमिकाएं होती हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुझे भूलना इतना आसां नही है
तुझे भूलना इतना आसां नही है
Bhupendra Rawat
सबके लिए मददगार बनें परंतु मददगार बनकर किसी को भी नुकसान न प
सबके लिए मददगार बनें परंतु मददगार बनकर किसी को भी नुकसान न प
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
ग़ज़ल(इश्क में घुल गयी वो ,डली ज़िन्दगी --)
ग़ज़ल(इश्क में घुल गयी वो ,डली ज़िन्दगी --)
डॉक्टर रागिनी
हे ईश्वर
हे ईश्वर
Ashwani Kumar Jaiswal
कीलों की क्या औकात ?
कीलों की क्या औकात ?
Anand Sharma
सफर जब रूहाना होता है
सफर जब रूहाना होता है
Seema gupta,Alwar
संस्कारों को भूल रहे हैं
संस्कारों को भूल रहे हैं
VINOD CHAUHAN
आस का दीपक
आस का दीपक
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
इंसानियत का आग़ाज़
इंसानियत का आग़ाज़
Shyam Sundar Subramanian
*अनमोल हीरा*
*अनमोल हीरा*
Sonia Yadav
लिखूं अहसास दिल के धड़कनों में तुम छुपा देना ।
लिखूं अहसास दिल के धड़कनों में तुम छुपा देना ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
प्रकृति - विकास (कविता) 11.06 .19 kaweeshwar
प्रकृति - विकास (कविता) 11.06 .19 kaweeshwar
jayanth kaweeshwar
प्रेम की परिभाषा
प्रेम की परिभाषा
himanshii chaturvedi
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
#गणतंत्र_की_रात्रि_वेला_में-
#गणतंत्र_की_रात्रि_वेला_में-
*प्रणय प्रभात*
ऐ!दर्द
ऐ!दर्द
Satish Srijan
रंग बदलते पत्तों को पेड़ भी अपने आप से अलग कर देता है
रंग बदलते पत्तों को पेड़ भी अपने आप से अलग कर देता है
jyoti jwala
तबियत ख़राब कर देती है ...
तबियत ख़राब कर देती है ...
Vishal Prajapati
नया साल
नया साल
Dr Archana Gupta
ऋतुराज 'बसंत'
ऋतुराज 'बसंत'
Indu Singh
जीत मुश्किल नहीं
जीत मुश्किल नहीं
Surinder blackpen
चंचल मन हो गया बैरागी
चंचल मन हो गया बैरागी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
प्यार समर्पण माँगता,
प्यार समर्पण माँगता,
sushil sarna
शुद्ध हिंदी माध्यम से पढ़े एक विज्ञान के विद्यार्थी का प्रेमप
शुद्ध हिंदी माध्यम से पढ़े एक विज्ञान के विद्यार्थी का प्रेमप
पूर्वार्थ
कन्या
कन्या
Bodhisatva kastooriya
“मौन नहीं कविता रहती है”
“मौन नहीं कविता रहती है”
DrLakshman Jha Parimal
वाणी से हमारे संस्कार, विचार, व्यवहार और हमारे आचरण का पता च
वाणी से हमारे संस्कार, विचार, व्यवहार और हमारे आचरण का पता च
ललकार भारद्वाज
भारत रत्न धोंडो केशव कर्वे
भारत रत्न धोंडो केशव कर्वे
Sudhir srivastava
Loading...