Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2021 · 1 min read

# मच्छर बालाघाटी #

लगाओ मच्छरदानी या खाओ दाल बाटी ।
हम तो काट के रहेंगे , कहें मच्छर बालाघाटी ।

आल आउट जलाओ या लगाओ ओडोमास ।
इसके सामने सब फैल , कोई नहीं पास ।
झूम-झूम कर मच्छर की फैमिली ने काटी ।
कहें मच्छर बालाघाटी……..

भैया नाली साफ कराओ , कचरे को दूर भगाओ ।
लार्वा को पनपने न दो , नाली में दवा छिड़काओ ।
कुछ करो नई खोज , छोड़ पुरानी परिपाटी ।
कहें मच्छर बालाघाटी…….

नीम पत्ती का करो धुँआ , भाग जाए मच्छर मुँआ ।
बहुत काट लिए मच्छरों ने , अब राहत की मांगो दुआ ।
यहां की बातें यहीं पर छोड़ो , ओम् घूम आएं चौपाटी ।
कहें मच्छर बालाघाटी…….

ओमप्रकाश भारती ओम्

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 4 Comments · 700 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओमप्रकाश भारती *ओम्*
View all

You may also like these posts

मन
मन
पूर्वार्थ
कट गई शाखें, कट गए पेड़
कट गई शाखें, कट गए पेड़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जलियाँवाला बाग
जलियाँवाला बाग
सोनू हंस
देश है तो हम हैं
देश है तो हम हैं
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
4539.*पूर्णिका*
4539.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जो औरों के बारे में कुछ सोचेगा
जो औरों के बारे में कुछ सोचेगा
Ajit Kumar "Karn"
Shyam Sundar Patel - Machhalishahar (Jaunpur)
Shyam Sundar Patel - Machhalishahar (Jaunpur)
Shyam Sundar Patel
खुद्दार
खुद्दार
अखिलेश 'अखिल'
मौन संवाद
मौन संवाद
Ramswaroop Dinkar
सेवन स्टेजस..❤️❤️
सेवन स्टेजस..❤️❤️
शिवम "सहज"
हमारी प्यारी मां
हमारी प्यारी मां
Shriyansh Gupta
बे-शुमार
बे-शुमार
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
पुस्तकें हमेशा तुम्हें बुलाती हैं
पुस्तकें हमेशा तुम्हें बुलाती हैं
Sudhir Kumar
ऐसे रुखसत तुम होकर, जावो नहीं हमसे दूर
ऐसे रुखसत तुम होकर, जावो नहीं हमसे दूर
gurudeenverma198
तुम क्या आए
तुम क्या आए
Jyoti Roshni
जीवन से जैसे कोई जब रूठने लगे
जीवन से जैसे कोई जब रूठने लगे
Dr fauzia Naseem shad
55…Munsarah musaddas matvii maksuuf
55…Munsarah musaddas matvii maksuuf
sushil yadav
8 आग
8 आग
Kshma Urmila
समझदार करने लगे,अर्थहीन जब बात .
समझदार करने लगे,अर्थहीन जब बात .
RAMESH SHARMA
" सोचता हूँ "
Dr. Kishan tandon kranti
अच्छा नहीं लगता
अच्छा नहीं लगता
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय प्रभात*
Charlie Chaplin truly said:
Charlie Chaplin truly said:
Vansh Agarwal
मीडिया का वैश्विक परिदृश्य
मीडिया का वैश्विक परिदृश्य
Sudhir srivastava
कब जुड़ता है टूट कर,
कब जुड़ता है टूट कर,
sushil sarna
दर्द दिल का है बता नहीं सकते,
दर्द दिल का है बता नहीं सकते,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
चुनाव 2024....
चुनाव 2024....
Sanjay ' शून्य'
सुंदर पंक्ति
सुंदर पंक्ति
Rahul Singh
बाल दिवस स्पेशल... भज गोविंदम भज गोपालम्
बाल दिवस स्पेशल... भज गोविंदम भज गोपालम्
पंकज परिंदा
Loading...