Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2021 · 1 min read

मनमुताबिक

यहां सब वक्ता
श्रोता न कोई,
कहते है सब
सुनता न कोई।
मजमूने खत भांप लेते लिफाफा देखकर
पढे कौन ?
समझता हर कोई।

पढना सुनना समझना
न चाहे कोई,
वाह, बहुत खूब, क्या बात,
करे हर कोई।
कुछ कद्रदान है जिनके दम पर
कवि कलम दोनो जिंदा,
वरना हर कविता रोई।

उस्ताद खानसामा
यहां हर कोई
चखने वाला न मिला
हर डिस रोई,
प्रजेंटेशन देख के समझ लेते है लोग
बिना चखे ही बोलते
लज्जत नहीं कोई।

इश्क-मोहब्बत के तराने
चाहे हर कोई
उल्फत दीवानगी मदहोशी
चाहे हर कोई,
सांचे में ढला बदन चेहरे पे नूर लहराती जुल्फे
कटि उरोज होते तो बात –
समझे हर कोई।
उगलते सब
निगलता न कोई
जुस्तजू लजीज़ जायका गर मिले,
मनमुताबिक
न मिल सका कोई।

स्वरचित मौलिक सर्वाधिकार सुरक्षित
अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर 9044134297

प्रतियोगिता प्रतिभागी

Language: Hindi
5 Likes · 4 Comments · 294 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ashwani Kumar Jaiswal
View all

You may also like these posts

शिव स्तुति महत्व
शिव स्तुति महत्व
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
Manju sagar
कहार गीत
कहार गीत
Shekhar Chandra Mitra
यूँ
यूँ
sheema anmol
$ग़ज़ल
$ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
"समय का भरोसा नहीं है इसलिए जब तक जिंदगी है तब तक उदारता, वि
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
Buddha Prakash
திருடன் வந்தான்
திருடன் வந்தான்
Otteri Selvakumar
जब काँटों में फूल उगा देखा
जब काँटों में फूल उगा देखा
VINOD CHAUHAN
3154.*पूर्णिका*
3154.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पतंग
पतंग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
एक हद मुकर्रर करो
एक हद मुकर्रर करो
Minal Aggarwal
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भाषा
भाषा
Dr.Pratibha Prakash
चलो चलें उस ओर जहां,
चलो चलें उस ओर जहां,
Sakshi Singh
नायक कैसा हो? (छंदमुक्त काव्य )
नायक कैसा हो? (छंदमुक्त काव्य )
Neerja Sharma
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
पैगाम  ए मुहब्बत
पैगाम ए मुहब्बत
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
तुमने जबसे है मेरा साथ छोड़ा,
तुमने जबसे है मेरा साथ छोड़ा,
आलोक पांडेय
चुन्नी सरकी लाज की,
चुन्नी सरकी लाज की,
sushil sarna
😊प्रभात-संदेश😊
😊प्रभात-संदेश😊
*प्रणय प्रभात*
पुरोवाक्
पुरोवाक्
Rambali Mishra
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
Kshma Urmila
*कब किसको रोग लगे कोई, सबका भविष्य अनजाना है (राधेश्यामी छंद
*कब किसको रोग लगे कोई, सबका भविष्य अनजाना है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
आशावश
आशावश
Babiya khatoon
"बाकी"
Dr. Kishan tandon kranti
सन्दर्भरहित कमेंट अनमना विहाह जेना होइत अछि जाहि मे मित्रतता
सन्दर्भरहित कमेंट अनमना विहाह जेना होइत अछि जाहि मे मित्रतता
DrLakshman Jha Parimal
किसी को भूल कर
किसी को भूल कर
Dr fauzia Naseem shad
कारगिल विजयदिवस मना रहे हैं
कारगिल विजयदिवस मना रहे हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
Loading...