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26 Sep 2021 · 1 min read

कटाक्ष

चलो आज बात करते हैं आज़ादी के मतवालों की
क्रांति दिवस से आज़ाद होने तक वाले सालों की

मंगल पांडे ने क्रांति धरा से आज़ादी का बिगुल बजाया था
क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के सामने शीश नही झुकाया था

आज़ाद भारत की चाह लिए क्रांतिकारी शहीद हो गए
भारत के इतिहास में वो सब सदा के लिए अमर हो गए

ऐसे वीर सपूतों की शहादत को नमन हमारा है
आसमां में कहीं दूर शान से चमकता सितारा है

राजनीति से ग्रसित लोग जो उन्हें आतंकवादी कहते हैं
फिर भी शर्म ना आती उनको आज़ाद भारत में रहते हैं

अपमान नही सह सकते हम आज़ादी के मतवालों का
देशद्रोही हैं वो मुँह काला कराओ ऐसा कहने वालों का

वीर कुमार जैन ‘अकेला’
26 सितंबर 2021

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