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25 Sep 2021 · 1 min read

सदा श्रेष्ठ मैं काम करूं

जन्म दिया सुंदर धरती पर
प्रभु मुझ पर उपकार किया
दुर्लभ मनुज तन देकर तुमने
बहुत बड़ा उपहार दिया
कृतज्ञ रहूं जीवन भर दाता
सदा श्रेष्ठ मैं काम करूं
अपने चिंतन कर्म सोच से
मानव को अनुकरणीय बंनू
जन्म जन्मांतर की यात्रा में
देह यह दुर्लभ पाई है
अपने चाल चरित्र से मेरी
हो न जग में हंसाई है

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

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