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12 Sep 2021 · 1 min read

भक्ति में डूबकर _____ मुक्तक

भक्ति में डूब कर मैंने तुमको पूजा।
आपके सिवा स्वामी कौन मेरा दूजा।।
मुझे अपना लेना ___ सपना एक ही देना।
चलता रहूं इसी पथ, खोजूं न कोई मार्ग दूजा।।
***********************************।
रहकर जग में देख लिया _
सबको ही तो परख लिया।
स्वार्थ में सब साथ आए_
दुख में अपना भी खिसक लिया।।
दुख सुख दोनों का तू ही साथी,
मैंने जीवन से यही सबक लिया।।
******”””””””””””””””””””””””””””””””””।
राजेश व्यास अनुनय

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