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12 Sep 2021 · 1 min read

वक्त ही तो था ___ शेर

वक़्त ही तो था _ रुका ही नहीं।
मै ठहरा नादान _ संभला ही नहीं।।
अब सोचता हूं __ क्या कर बैठा मै,
अपने कर्म पे ___ निकला ही नहीं।।
।*****************************।
काश वक्त को ___ पहचान जाता।
समय का काम __ समय पर कर पाता।
जिन हालातो से _ गुजर रहा हूं आज मै,
शायद यह पल ___ नहीं आ पाता।।
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राजेश व्यास अनुनय

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