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12 Sep 2021 · 1 min read

यादों का दलदल

तेरी यादों के दलदल में
धंसता ही जाता है दिल!
बाहर आने की कोशिश में
फंसता ही जाता है दिल!!
एक हूक-सी उठती है
रह-रहकर मेरे सीने में
घुट जाए कहीं न दम मेरा
कसता ही जाता है दिल!!
Shekhar Chandra Mitra

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