Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2021 · 1 min read

आवाज दे

सुबह की दस्तक
सांझ की आहट
दोपहर के दरवाजे पर
रात होती है
रात भर आहत कि
कोई फिर उसे भी तन्हा न
छोड़े
उसे भी तो आवाज दे।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
295 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all

You may also like these posts

टूट गई बेड़ियाँ
टूट गई बेड़ियाँ
Kavita Chouhan
कुछ हम निभाते रहे, कुछ वो निभाते रहे
कुछ हम निभाते रहे, कुछ वो निभाते रहे
Shreedhar
भक्ति गीत (तुम ही मेरे पिता हो)
भक्ति गीत (तुम ही मेरे पिता हो)
Arghyadeep Chakraborty
अवधी गीत
अवधी गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
ठण्डी ठण्डी हवाएं जब
ठण्डी ठण्डी हवाएं जब
हिमांशु Kulshrestha
और इच्छा हो जाती है
और इच्छा हो जाती है
Vishnu Prasad 'panchotiya'
कुंडलिया छंद ( होली )
कुंडलिया छंद ( होली )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
खोजने लगी वो सुख का खज़ाना,
खोजने लगी वो सुख का खज़ाना,
Ajit Kumar "Karn"
राम का राज्याभिषेक
राम का राज्याभिषेक
Paras Nath Jha
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
Ravi Prakash
खोयी सी चांदनी की तलाश है
खोयी सी चांदनी की तलाश है
Mamta Rani
देवी स्तुति द्वितीय अंक * 2*
देवी स्तुति द्वितीय अंक * 2*
मधुसूदन गौतम
महज़ एक गुफ़्तगू से.,
महज़ एक गुफ़्तगू से.,
Shubham Pandey (S P)
#पीरपुष्प
#पीरपुष्प
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
बड़े वो हो तुम
बड़े वो हो तुम
sheema anmol
क्षितिज
क्षितिज
Dr. Kishan tandon kranti
माहिया - डी के निवातिया
माहिया - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
"आज मैं काम पे नई आएगी। खाने-पीने का ही नई झाड़ू-पोंछे, बर्तन
*प्रणय प्रभात*
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
स्वपन सुंदरी
स्वपन सुंदरी
प्रदीप कुमार गुप्ता
लड़कियां बड़ी मासूम होती है,
लड़कियां बड़ी मासूम होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन का समंदर
मन का समंदर
Sûrëkhâ
दर-बदर की ठोकरें जिन्को दिखातीं राह हैं
दर-बदर की ठोकरें जिन्को दिखातीं राह हैं
Manoj Mahato
सन्तुलित मन के समान कोई तप नहीं है, और सन्तुष्टि के समान कोई
सन्तुलित मन के समान कोई तप नहीं है, और सन्तुष्टि के समान कोई
ललकार भारद्वाज
गुरुकुल शिक्षा पद्धति
गुरुकुल शिक्षा पद्धति
विजय कुमार अग्रवाल
*~ हंसी ~*
*~ हंसी ~*
Priyank Upadhyay
गुंजन राजपूत, मित्रता की मिसाल हो,तुम्हारी मुस्कान में हर दि
गुंजन राजपूत, मित्रता की मिसाल हो,तुम्हारी मुस्कान में हर दि
पूर्वार्थ
जिन्दगी सदैव खुली किताब की तरह रखें, जिसमें भावनाएं संवेदनशी
जिन्दगी सदैव खुली किताब की तरह रखें, जिसमें भावनाएं संवेदनशी
Lokesh Sharma
गुहार
गुहार
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
ज़िदादिली
ज़िदादिली
Shyam Sundar Subramanian
Loading...