Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
9 Sep 2021 · 1 min read

दायरे...

‘तुम’ मुझसे
अल्फाजों को
दायरे में बाँधने की
ज़िद ना करो

लंबी खामोशी के बाद
बड़ी मुश्किलों से मैंने
ज़ुबाँ खोली है….
– ✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’
©®

Loading...