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29 Aug 2021 · 1 min read

नाविक

डूबती नाव को किनारा मिलेगा भरोसा था मुझे
इन लहरों से छुटकारा मिलेगा भरोसा था मुझे
पतवार जिसके हाथों में थी वो पार लगा तो देगा
उस परवर दीगार पर पूरा भरोसा था मुझे

जीवन की मेरी नय्या डूबती उतराती रही यूँही
कोरोना की उफनती नदी बहती उतराती रही यूँही
दिलासा अपनो का और विश्वास उस रब का रहा
शुक्रिया सभी का दिल से जिंदगी मनाती रही यूँही

आने वाला समय भी खुशियों से बीत जाएगा
बीता हुआ वक्त ना दोबारा जिंदगी में आएगा
दुआ अपनों की जीने का एक अहसास देती है
परवरदिगार नाविक है नय्या का पार कराएगा

वीर कुमार जैन
29 अगस्त 2021

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