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22 Aug 2021 · 1 min read

"राखी" (रक्षा-बंधन पर विशेष)

“राखी”
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रंग- बिरंगी होती सब राखी;

बहनों को खूब , भाती राखी;

चंद पैसों में ही, आती राखी;

बहन का प्रेम, जताती राखी;

बहन चाहे , भाई की भलाई;

बांधे राखी , उसकी कलाई;

मुंह में खिलाए , उसे मिठाई,

धागे का ये होता , एक बंधन;

बहन लगाए , भाई को चंदन;

भाई याद करे , अपनी बहन;

लेते भाई, इस दिन एक प्रण;

बहन को देंगे, सदा ही शरण;

भाई पूरी करे, बहन की इक्षा;

करे वह सदा ही, इसकी रक्षा;

लेते वो बहन के रक्षा का भार,

लुटाते बहना पर,अपना प्यार;

देते बहन को , अच्छा उपहार;

भाई – बहन प्यार का ये बंधन,

कहलाता है,सदा “रक्षा -बंधन”।

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..✍️पंकज “कर्ण”
……..कटिहार।।

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