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19 Aug 2021 · 1 min read

जी. एस. टी

सरकार को इमानदार बतलाते है
जी एस टी जैसा घुन भी लगवाते है

छोटे उधोग आज हुए है जब चौपट
मजदूरों का हक हर रोज छिनाते है

दो वक्त की न मिलती है रोटी जिसको
उनको जी एस टी जैसे न सताते है

क्या लेना देना गरीब को विकास से
केवल दो जून की रोटी से नाते है

डेविट क्रेडिट ओर आनलाइन सिस्टम
ये सब बातें उसको न समझ आते है

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