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13 Aug 2021 · 1 min read

जीवन का एक एक दिन

जीवन का
एक एक दिन
ऐसे बीते जा रहा है जैसे
एक पेड़ की शाख से
एक एक पत्ता
उससे जुदा होकर
बिछड़ रहा हो
जीवन बड़े तेज कदमों से
भाग रहा है
यह थोड़ी सी धीमी गति से नहीं
चल सकता
मुझे थोड़ा और जीना है
इतनी जल्दी नहीं मरना।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

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