Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2021 · 1 min read

बेरंग-ए-खामोश

मायूसी का छोड़ दामन
हर्षित हृदय से उमंगों को अंज़ाम दे….
बेरंग-ए-खामोश जिंदगी को
तू एक नई दिशा और इक मुकाम दे….

© प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)

Language: Hindi
Tag: शेर
422 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*यह फागुन-चैत महीना है (राधेश्यामी छंद)*
*यह फागुन-चैत महीना है (राधेश्यामी छंद)*
Ravi Prakash
किसी काम को करते समय मजा आनी चाहिए यदि उसमे बोरियत महसूस हुई
किसी काम को करते समय मजा आनी चाहिए यदि उसमे बोरियत महसूस हुई
Rj Anand Prajapati
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
SPK Sachin Lodhi
*दिल के दीये जलते रहें*
*दिल के दीये जलते रहें*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बस
बस
विशाल शुक्ल
वार्न पिरामिड
वार्न पिरामिड
Rambali Mishra
Be with someone who motivates you to do better in life becau
Be with someone who motivates you to do better in life becau
पूर्वार्थ
****शिव शंकर****
****शिव शंकर****
Kavita Chouhan
जिस देश मे पवन देवता है
जिस देश मे पवन देवता है
शेखर सिंह
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरी प्रतिभा
मेरी प्रतिभा
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
"अपेक्षाएँ"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी की राह के पत्थर को, गर कोई हटाता है
किसी की राह के पत्थर को, गर कोई हटाता है
gurudeenverma198
सरयू
सरयू
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
रमेशराज की ‘ गोदान ‘ के पात्रों विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की ‘ गोदान ‘ के पात्रों विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
फिर जल गया दीया कोई
फिर जल गया दीया कोई
सोनू हंस
पहली बारिश मेरे शहर की-
पहली बारिश मेरे शहर की-
Dr Mukesh 'Aseemit'
सारी उम्र गुजर गई है
सारी उम्र गुजर गई है
VINOD CHAUHAN
दिल टूटा हुआ लेकर
दिल टूटा हुआ लेकर
Minal Aggarwal
आज का युग ऐसा है...
आज का युग ऐसा है...
Ajit Kumar "Karn"
Shankarlal Dwivedi reciting his verses and Dr Ramkumar Verma and other literary dignitaries listening to him intently.
Shankarlal Dwivedi reciting his verses and Dr Ramkumar Verma and other literary dignitaries listening to him intently.
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
हिन्दू एकता
हिन्दू एकता
विजय कुमार अग्रवाल
नये महमान
नये महमान
ललकार भारद्वाज
कमीना विद्वान।
कमीना विद्वान।
Acharya Rama Nand Mandal
- तुम्हारा ख्याल जब आता है -
- तुम्हारा ख्याल जब आता है -
bharat gehlot
A GIRL WITH BEAUTY
A GIRL WITH BEAUTY
SURYA PRAKASH SHARMA
खुद का साथ
खुद का साथ
Vivek Pandey
शोक-काव्य
शोक-काव्य
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
सैनिक का खत– एक गहरी संवेदना।
सैनिक का खत– एक गहरी संवेदना।
Abhishek Soni
पत्थर
पत्थर
manjula chauhan
Loading...