Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Aug 2021 · 1 min read

सियासी कैदी

किसने कहा कि रिहा करो!
माफ़ हमारी सज़ा करो!!
कुर्बानी हमारी रंग लाए
यारों, मिलकर दुआ करो!!
Shekhar Chandra Mitra
#freedomofspeech

Language: Hindi
407 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
कहानियां उनकी भी होती है, जो कभी सफल नहीं हुए हर बार मेहनत क
कहानियां उनकी भी होती है, जो कभी सफल नहीं हुए हर बार मेहनत क
पूर्वार्थ
*जाते जग से श्रेष्ठ जन, सौ-सौ उन्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
*जाते जग से श्रेष्ठ जन, सौ-सौ उन्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
राह बनाएं काट पहाड़
राह बनाएं काट पहाड़
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
* छलक रहा घट *
* छलक रहा घट *
surenderpal vaidya
इस अजब से माहौल में
इस अजब से माहौल में
हिमांशु Kulshrestha
24/241. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/241. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैथिली मानकीकरण।
मैथिली मानकीकरण।
Acharya Rama Nand Mandal
श्याम वंदना
श्याम वंदना
Sonu sugandh
शीर्षक – #जीवनकेख़राबपन्ने
शीर्षक – #जीवनकेख़राबपन्ने
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
विश्वास
विश्वास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
कुछ पूछना है तुमसे
कुछ पूछना है तुमसे
सोनू हंस
चलो खुशियों के दीपक जलायें।
चलो खुशियों के दीपक जलायें।
अनुराग दीक्षित
मां की याद
मां की याद
Neeraj Kumar Agarwal
नशे का घूँट पीकर के तो मंथन कर नहीं सकती
नशे का घूँट पीकर के तो मंथन कर नहीं सकती
अंसार एटवी
जगमग जगमग दीप जलें, तेरे इन दो नैनों में....!
जगमग जगमग दीप जलें, तेरे इन दो नैनों में....!
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
#50_वीं_बरसी_आज
#50_वीं_बरसी_आज
*प्रणय प्रभात*
"कितनी नादान है दिल"
राकेश चौरसिया
ଆସନ୍ତୁ ଲଢେଇ କରିବା
ଆସନ୍ତୁ ଲଢେଇ କରିବା
Otteri Selvakumar
कुछ तो पोशीदा दिल का हाल रहे
कुछ तो पोशीदा दिल का हाल रहे
Shweta Soni
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
डॉ.सीमा अग्रवाल
लो फिर गर्मी लौट आई है
लो फिर गर्मी लौट आई है
VINOD CHAUHAN
महान अभिनेता राजकपूर
महान अभिनेता राजकपूर
Dr. Kishan tandon kranti
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मैंने एक पौधा लगाया था
मैंने एक पौधा लगाया था
gurudeenverma198
जय श्री राम
जय श्री राम
Mahesh Jain 'Jyoti'
तुम प्यार मोहब्बत समझती नहीं हो,
तुम प्यार मोहब्बत समझती नहीं हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जुदाई की शाम
जुदाई की शाम
Shekhar Chandra Mitra
देश की पहचान
देश की पहचान
Dr fauzia Naseem shad
Loading...