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9 Aug 2021 · 1 min read

दुनिया की रीत

किसी काम का उत्सर्जन
फिर उससे उपार्जन
अंत में उसका विसर्जन

अब तो रिश्ते ऐसे ही परिभाषित होते हैं
मतलब के लिए गधे को बाप बनाते हैं
काम हो जाने के बाद आंख चुराते है

दोस्ती के मायने भी बदल गए
जान देने वाले दोस्त भी बदल गए
वो ना बदले पर हम बदल गए

जमाने की चाल ने समझदार बना दिया
रिश्ते निभाने का हुनर सिखा दिया
एक भले मानस को कलाकार बना दिया

वीर कुमार जैन
09 अगस्त 2021

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 376 Views
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