Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
9 Aug 2021 · 1 min read

बुंदेली के दो दोहे

बुंदेली बिषय-आदिवासी

1

आदिवासी समाज है,
भौतइ पिछड़ौं आज।
अफसर,नेता लूटते,
करते उनपै राज।।
***

2

आदिवासी जंगल में,
दुनिया से है दूर।
रहत वे तंगहाल है।
शौषण कौ मजबूर।।
***

© राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com
(मौलिक एवं स्वरचित)

Loading...